मोतिहारी के युवा नौजवानों और बुद्धिजीवियों से मेरी अपील,
शहीदों को मेरी नम आंखों से श्रद्धांजलि
कई जगह कैंडल मार्च हो रहे हैं
जुलूस निकाले जा रहे हैं
रोड जाम किये जा रहे हैं,
कैंडल मार्च तो समझ आ रहा मुझे
लेकिन रोड जाम और मोटरसाइकिल जुलूस क्यों कर रहे हैं आप लोग।
कल दिन भर कई जगह ज़िले में जुलूस और रोड जाम मैंने देखा, ज्यादातर युवा और नौजवान जो इसमें शामिल हैं उनकी आंखों में मैने श्रद्धा कम और हुड़दंग की भावना ज्यादा देखी।
कईयों को तो पता भी नही है कि वो कर क्या रहें हैं,
लोगो को परेशानी हो रही है
कई लोगो ने मुझे कल देर रात तक फोन कर कर के बताया कि बेमतलब रोड पर आने जाने वाले लोगो को कुछ वैसे ही युवा परेशान कर रहे, मोटरसाइकिल पर सवार होकर हल्ला गुल्ला करते हुए रोड पर कोलाहल मचाना,
ये श्रद्धांजलि का कैसा तरीका है।
अभिभावक कृपया अपने युवा बच्चों को नसीहत दें।
शहीदों के प्रति आदर और दर्द व्यक्त करने का ये तरीका मुझे गलत लगा
यदि मैं गलत हूँ तो कोई बात नहीं
मुझे माफ़ कीजिये।
लेकिन यदि मैं सही हूँ तो
कृपया मेरी बातों पर अमल करिए।
बेमतलब नासमझी में या अत्यंत जोश में,
ऐसा हुड़दंगी वातावरण बनाना गलत है।
श्रद्धांजलि की अपनी एक मर्यादा है
उसको कृपया बनाये रखें।
उम्मीद है कि मोतिहारी की जनता द्वारा अर्पित की जा रही श्रद्धांजलि में शालीनता दिखेगी।
हर चीज़ को लागू करने के लिए कानून का कठोर इस्तेमाल करना पड़े
ये जरूरी नही होना चाहिए।
आपसे सहयोग की उम्मीद है।
सादर
*✍उपेंद्र कुमार शर्मा (पुलिस कप्तान , मोतिहारी)*
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