PATNA : सरस्वती पूजा के दौरान डीजे पर प्रतिबंध रहेगा। पूजा से विसर्जन तक डीजे का इस्तेमाल नहीं होगा। गुरुवार को सभी जिलों के डीएम, एसपी, डीआईजी व आईजी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने ये निर्देश दिए।
राज्य में पहली बार सरस्वती पूजा में डीजे पर पाबंदी लगाई गई है। एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने बताया कि हाइकोर्ट के आदेश व ध्वनि प्रदूषण के नियमों के तहत यह कदम उठाया गया है। पूजा 10 को है। सभी मूर्तियों का विसर्जन 11 को होगा। सरस्वती पूजा के आयोजकों को विसर्जन जुलूस के लिए लाइसेंस लेना होगा। एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन के मुताबिक एक लाइसेंस में 10 लोगों के नाम (लाइसेंसधारी) होंगे। मूर्ति बैठाने से लेकर विसर्जन के बीच किसी तरह की गड़बड़ी होने पर लाइसेंसधारक भी जिम्मेदार होंगे।
गुरुवार को सभी जिलों के डीएम, एसएसपी-एसपी के अलावा रेंज डीआईजी व जोनल आईजी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने इस बाबत दिशा-निर्देश दिए। मीटिंग के दौरान जिलों के स्तर से पूजा को लेकर की गई सुरक्षा व्यवस्था व अन्य पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी गई। कई डीएम व एसपी ने आवश्यकतानुसार पीस कमेटियों के साथ मीटिंग कर लेने की भी सूचना भी दी। मीटिंग में डीजी (विधि-व्यवस्था) आलोक राज, एडीजी (सीआईडी) विनय कुमार व अन्य आला अफसर भी मौजूद थे।
प्रमुख घाटों पर नाव-गोताखोर की तैनाती : मीटिंग में मुख्य सचिव व डीजीपी ने खुफिया सूचनाओं के संग्रह पर भी जोर दिया। पूजा से विसर्जन तक चाक-चौबंद सुरक्षा को लेकर बल की तैनाती के साथ ही अन्य इंतजाम किए गए हैं। खासकर पुलिस मुख्यालय द्वारा संवेदनशील स्थानों पर बल की उपस्थिति व अन्य पहलुओं पर नजर रखी जा रही है। अतीत में विसर्जन जुलूस आदि के दौरान अप्रिय घटनाओं से जुड़े इलाकों के संबंधित रूट पर विशेष सतर्कता बरतने के साथ ही बल तैनात रहेंगे। सभी डीएम व एसपी को प्रमुख घाटों पर नाव-गोताखोर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
एडीजी मुख्यालय ने बताया राज्य की सबसे बड़ी डकैती में 11 करोड़ के 33 किलो सोना लूटने में शामिल गिरोह के एक अपराधी की पहचान पुलिस ने कर ली है। सीसीटीवी फुटेज में दो डकैतों का चेहरा सामने आया था। इनमें एक अपराधी का पता चल गया है।
राज्य में पहली बार सरस्वती पूजा में डीजे पर पाबंदी लगाई गई है। एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने बताया कि हाइकोर्ट के आदेश व ध्वनि प्रदूषण के नियमों के तहत यह कदम उठाया गया है। पूजा 10 को है। सभी मूर्तियों का विसर्जन 11 को होगा। सरस्वती पूजा के आयोजकों को विसर्जन जुलूस के लिए लाइसेंस लेना होगा। एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन के मुताबिक एक लाइसेंस में 10 लोगों के नाम (लाइसेंसधारी) होंगे। मूर्ति बैठाने से लेकर विसर्जन के बीच किसी तरह की गड़बड़ी होने पर लाइसेंसधारक भी जिम्मेदार होंगे।
गुरुवार को सभी जिलों के डीएम, एसएसपी-एसपी के अलावा रेंज डीआईजी व जोनल आईजी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने इस बाबत दिशा-निर्देश दिए। मीटिंग के दौरान जिलों के स्तर से पूजा को लेकर की गई सुरक्षा व्यवस्था व अन्य पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी गई। कई डीएम व एसपी ने आवश्यकतानुसार पीस कमेटियों के साथ मीटिंग कर लेने की भी सूचना भी दी। मीटिंग में डीजी (विधि-व्यवस्था) आलोक राज, एडीजी (सीआईडी) विनय कुमार व अन्य आला अफसर भी मौजूद थे।
प्रमुख घाटों पर नाव-गोताखोर की तैनाती : मीटिंग में मुख्य सचिव व डीजीपी ने खुफिया सूचनाओं के संग्रह पर भी जोर दिया। पूजा से विसर्जन तक चाक-चौबंद सुरक्षा को लेकर बल की तैनाती के साथ ही अन्य इंतजाम किए गए हैं। खासकर पुलिस मुख्यालय द्वारा संवेदनशील स्थानों पर बल की उपस्थिति व अन्य पहलुओं पर नजर रखी जा रही है। अतीत में विसर्जन जुलूस आदि के दौरान अप्रिय घटनाओं से जुड़े इलाकों के संबंधित रूट पर विशेष सतर्कता बरतने के साथ ही बल तैनात रहेंगे। सभी डीएम व एसपी को प्रमुख घाटों पर नाव-गोताखोर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
एडीजी मुख्यालय ने बताया राज्य की सबसे बड़ी डकैती में 11 करोड़ के 33 किलो सोना लूटने में शामिल गिरोह के एक अपराधी की पहचान पुलिस ने कर ली है। सीसीटीवी फुटेज में दो डकैतों का चेहरा सामने आया था। इनमें एक अपराधी का पता चल गया है।
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