बैरगनिया: लालबकैया नदी में आयी उफान के कारण फुलवरिया घाट पर बना डायवर्सन ध्वस्त हो जाने से सीतामढ़ी जिले का पूर्वी चंपारण जिले से सड़क संपर्क भंग हो गया है जिससे लोग काफी परेशान है।मिली जानकारी के अनुसार नेपाल के पहाड़ क्षेत्र में हुई बारिश के कारण लालबकैया नदी में आयी उफान से रविवार की रात फुलवरिया घाट का डायवर्सन ध्वस्त हो गया व पानी का बहाव अब भी जारी है।डायवर्सन ध्वस्त हो जाने के कारण रविवार की रात से ही दोनों जिलों का सड़क संपर्क भंग हो चुका है व बस,जीप का परिचालन बैरगनिया से पूर्णतः ठप हो चुका है।सोमवार की अहले सुबह से स्थानीय फुलवरिया व पचटकी राम के मल्लाहों व अन्य लोगों ने अपने स्तर से प्राइवेट स्तर पर नाव का परिचालन कर रहे है जिसके सहारे बैरगनिया से फुलवरिया पहुँचे लोग बस,जीप आदि से चंपारण में अपने गंतव्य स्थानों तक का सफर तय कर रहे है हालांकि कुछ लोग नाव से नदी पार करने में हो रही देरी को देखकर ध्वस्त डायवर्सन के बहती धारा होकर ही घाट को पार कर इस पर उस पार कर रहे है जिसके कारण कभी भी दुर्घटना होने से इनकार नही किया जा सकता है।मालूम हो विगत कई बर्ष पूर्व फुलवरिया घाट पर सड़क पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ और पुल का लगभग पाया (पीलर) तैयार हो गया बाबजूद निर्माण का काम एक बर्षो से ठप पड़ा हुआ है।प्रत्येक बर्ष इस क्षेत्र के लोग करीब छह माह बाढ़ के कारण नाव,डायवर्सन के दंश झेलते आ रहे है।नाव दुर्घटना में दर्जनों लोगों की मौतें हो चुकी है बाबजूद पुल का निर्माण करवाने के प्रति दोनों जिले के एनडीए गठबंधन के मंत्री,सांसद,विधायक गम्भीर नहीं दिख रहे है।बहरहाल जनता परेशानी का दंश झेलने को विवश है।फोटो-सीतामढ़ी को पूर्वी चंपारण से जोड़नेवाली फुलवरिया घाट पर ध्वस्त डायवर्सन,जान जोखिम में डालकर डायवर्सन पार करते यात्री,नाव से नदी पार करते लोग।*
बैरगनिया: लालबकैया नदी में आयी उफान के कारण फुलवरिया घाट पर बना डायवर्सन ध्वस्त हो जाने से सीतामढ़ी जिले का पूर्वी चंपारण जिले से सड़क संपर्क भंग हो गया है जिससे लोग काफी परेशान है।मिली जानकारी के अनुसार नेपाल के पहाड़ क्षेत्र में हुई बारिश के कारण लालबकैया नदी में आयी उफान से रविवार की रात फुलवरिया घाट का डायवर्सन ध्वस्त हो गया व पानी का बहाव अब भी जारी है।डायवर्सन ध्वस्त हो जाने के कारण रविवार की रात से ही दोनों जिलों का सड़क संपर्क भंग हो चुका है व बस,जीप का परिचालन बैरगनिया से पूर्णतः ठप हो चुका है।सोमवार की अहले सुबह से स्थानीय फुलवरिया व पचटकी राम के मल्लाहों व अन्य लोगों ने अपने स्तर से प्राइवेट स्तर पर नाव का परिचालन कर रहे है जिसके सहारे बैरगनिया से फुलवरिया पहुँचे लोग बस,जीप आदि से चंपारण में अपने गंतव्य स्थानों तक का सफर तय कर रहे है हालांकि कुछ लोग नाव से नदी पार करने में हो रही देरी को देखकर ध्वस्त डायवर्सन के बहती धारा होकर ही घाट को पार कर इस पर उस पार कर रहे है जिसके कारण कभी भी दुर्घटना होने से इनकार नही किया जा सकता है।मालूम हो विगत कई बर्ष पूर्व फुलवरिया घाट पर सड़क पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ और पुल का लगभग पाया (पीलर) तैयार हो गया बाबजूद निर्माण का काम एक बर्षो से ठप पड़ा हुआ है।प्रत्येक बर्ष इस क्षेत्र के लोग करीब छह माह बाढ़ के कारण नाव,डायवर्सन के दंश झेलते आ रहे है।नाव दुर्घटना में दर्जनों लोगों की मौतें हो चुकी है बाबजूद पुल का निर्माण करवाने के प्रति दोनों जिले के एनडीए गठबंधन के मंत्री,सांसद,विधायक गम्भीर नहीं दिख रहे है।बहरहाल जनता परेशानी का दंश झेलने को विवश है।फोटो-सीतामढ़ी को पूर्वी चंपारण से जोड़नेवाली फुलवरिया घाट पर ध्वस्त डायवर्सन,जान जोखिम में डालकर डायवर्सन पार करते यात्री,नाव से नदी पार करते लोग।*
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